पार्क के एक सुनसान कोने में
एक दरोगा जी एक महिला सिपाही
के साथ बैठे बतिया रहे थे
बात बात पर हस रहे थे
खिलखिला रहे थे
और उस से सटते जा रहे थे
इतने में उनके इंस्पेक्टर जी वहां आ गए
उनको इस मुद्रा में देख कर ताव खा गए
बोले "आपको शर्म नहीं आती है
भला कही ड्यूटी टाइम में ऐसी हरकत की जाती है?"
दारोगा जी घबरा गए और बोले -
अरे नहीं सर हम तो इस को "ऑपरेशन मजनू" के बारे में समझा रहे हैं
इंस्पेक्टर साहब बोले कल से
ऑपरेशन मजनू की कमान हम अपने हाथ में लेंगे
आप चल कर थाना देखिये
इसे हम समझा देंगे.
एक दरोगा जी एक महिला सिपाही
के साथ बैठे बतिया रहे थे
बात बात पर हस रहे थे
खिलखिला रहे थे
और उस से सटते जा रहे थे
इतने में उनके इंस्पेक्टर जी वहां आ गए
उनको इस मुद्रा में देख कर ताव खा गए
बोले "आपको शर्म नहीं आती है
भला कही ड्यूटी टाइम में ऐसी हरकत की जाती है?"
दारोगा जी घबरा गए और बोले -
अरे नहीं सर हम तो इस को "ऑपरेशन मजनू" के बारे में समझा रहे हैं
इंस्पेक्टर साहब बोले कल से
ऑपरेशन मजनू की कमान हम अपने हाथ में लेंगे
आप चल कर थाना देखिये
इसे हम समझा देंगे.
No comments:
Post a Comment